इतनी शिद्दत से चाहने लगेंगे हम तुम्हें,
इस बात का इल्म ना था हमें।
लोग कहते है,
इश्क़ दिल-ए-रोग है,
इश्क़ लाइलाज मरज़ है।
हमने तो नूर देखा तुममे,
हमें तो ख़ुदा नज़र आया तुममे।
एक दिन यहाँ ज़िन्दगी मुस्कुराएगी हमारे लिए,
इस बात पर यकीन ना था हमें।
अब तो अजनबी भी पूछते है,
नाम मेरे हबीब का,
नाम ले लूँ तेरा महफ़िल में,
एक इशारा जो तेरा मिले।
राब्ता जो है तेरे मेरे दरमियान,
खुशगवार बने जवाब जो हाँ तेरा मिले।
यों तुम इख्तियार करोगे हमें,
इस बात पर ऐतबार ना था हमें।
-- विनीत आर्य
इस बात का इल्म ना था हमें।
लोग कहते है,
इश्क़ दिल-ए-रोग है,
इश्क़ लाइलाज मरज़ है।
हमने तो नूर देखा तुममे,
हमें तो ख़ुदा नज़र आया तुममे।
एक दिन यहाँ ज़िन्दगी मुस्कुराएगी हमारे लिए,
इस बात पर यकीन ना था हमें।
अब तो अजनबी भी पूछते है,
नाम मेरे हबीब का,
नाम ले लूँ तेरा महफ़िल में,
एक इशारा जो तेरा मिले।
राब्ता जो है तेरे मेरे दरमियान,
खुशगवार बने जवाब जो हाँ तेरा मिले।
यों तुम इख्तियार करोगे हमें,
इस बात पर ऐतबार ना था हमें।
-- विनीत आर्य
अर्थ:
शिद्दत = Passionately, Intensely
इल्म = Knowledge
लाइलाज = Incurable
मरज़ = Malady, Disease
हबीब = Love one
राब्ता = Relation, Connection
इल्म = Knowledge
लाइलाज = Incurable
मरज़ = Malady, Disease
हबीब = Love one
राब्ता = Relation, Connection
दरमियान = Between
खुशगवार = Pleasant, Happy
इख्तियार = Choice, Select
खुशगवार = Pleasant, Happy
इख्तियार = Choice, Select
Nice one ....:)
ReplyDeletegood , keep it up.
ReplyDeleteBeautiful poetry with lovely words
ReplyDeleteBeautiful poetry with lovely words
ReplyDeleteab next poem mein naam bhi likh dena ;)
ReplyDeletehaan bhaiya...next poem me naam bhi likhna....:P
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