धड़क जा धड़क जा,
ऐ दिल धड़क जा।
सांसें रुकी है,
दम है घुटा।
धड़क जा धड़क जा।
सीने में है दर्द होता,
आँखों में है पानी भरा।
देख तू इस ओर जरा,
ऐ दिल धड़क जा।
सांसें रुकी है,
दम है घुटा।
धड़क जा धड़क जा।
सीने में है दर्द होता,
आँखों में है पानी भरा।
देख तू इस ओर जरा,
क्या हाल हुआ है मेरा।
धड़क जा धड़क जा,
ऐ दिल धड़क जा।
अकेला नहीं है तू दुनिया में,
साथ हूँ मैं तेरे।
फैली है दूर तक मायूसियाँ - खामोशियाँ,
तेरे जागने का इंतज़ार है अब,
धड़क जा धड़क जा,
ऐ दिल धड़क जा।
देख काली बदरिया है आई,
मैंने कहा है उसे,
बरस जा बरस जा,
ऐ दिल धड़क जा।
सूखी ज़मीन पर,
सूखे है प्राण मेरे।
प्यासा है दिल,
तडपे है मन मेरा,
तन को भिगो दे।
आज जी भर के,
बरस जा बरस जा,
ऐ दिल धड़क जा।
आँखों की नदियाँ गई है सूख,
दोबारा जल भर दे इन नैनों में।
नैना उम्मीद लगाये बैठे है,
ना ठुकरा इनकी गुज़ारिश को।
एक दफा तू,
बरस जा बरस जा,
ऐ दिल धड़क जा।
धड़क जा धड़क जा,
ऐ दिल धड़क जा।
अकेला नहीं है तू दुनिया में,
साथ हूँ मैं तेरे।
फैली है दूर तक मायूसियाँ - खामोशियाँ,
तेरे जागने का इंतज़ार है अब,
धड़क जा धड़क जा,
ऐ दिल धड़क जा।
देख काली बदरिया है आई,
मैंने कहा है उसे,
बरस जा बरस जा,
ऐ दिल धड़क जा।
सूखी ज़मीन पर,
सूखे है प्राण मेरे।
प्यासा है दिल,
तडपे है मन मेरा,
तन को भिगो दे।
आज जी भर के,
बरस जा बरस जा,
ऐ दिल धड़क जा।
आँखों की नदियाँ गई है सूख,
दोबारा जल भर दे इन नैनों में।
नैना उम्मीद लगाये बैठे है,
ना ठुकरा इनकी गुज़ारिश को।
एक दफा तू,
बरस जा बरस जा,
ऐ दिल धड़क जा।
बदरिया अब और न तरसा,
देख ये दिल नहीं धड़कता।
होश में हूँ अभी,
मेरे सोने से पहले बरस जा।
धड़क जा धड़क जा,
ऐ दिल धड़क जा।
देख ये दिल नहीं धड़कता।
होश में हूँ अभी,
मेरे सोने से पहले बरस जा।
धड़क जा धड़क जा,
ऐ दिल धड़क जा।
--विनीत आर्य
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