आज तो आई है क़यामत, मेरे इश्क का चोला ओढ़ कर.
अब परवाह है किसे जान की, देखने दो मुझे रंग मेरे इश्क का.
--विनीत आर्य
अब परवाह है किसे जान की, देखने दो मुझे रंग मेरे इश्क का.
--विनीत आर्य
Aaj to aai hai qayamat mere ishq ka chola odh kar.
Ab parwaah hai kise jaan ki, dekhne do mujhe rang mere ishq ka.
--Vineet Arya
Ab parwaah hai kise jaan ki, dekhne do mujhe rang mere ishq ka.
--Vineet Arya